Tithi |
Tippani Date |
Shringar |
Utsav |
Ekam, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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01-Dec-2020
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मगसर कृष्ण पक्ष प्रतिपदा *
(गोपमास आरम्भ)
वस्त्र:-घेरदार बागा,चोली,सुथन,चीरा सब पतंगी साटन के,जरी की बूटी वाले।पटका नहीं आवे।ठाड़े वस्त्र सफ़ेद लट्ठा के।पिछवाई जायफल के बेल की।
आभरण:-सब पन्ना के।चार माला धरावे हल्के श्रृंगार। श्रीमस्तक पे एक मोर चन्द्रिका।वेणु वेत्र हरे मीना के।पट लाल,गोटी सोना की छोटी।आरसी श्रृंगार में सोना की।चोरसा सब स्याम सुरु।
आरती पीछे श्रृंगार बड़े करने त्रवल रहे।लूम तुर्रा सुनहरी। गोपीवल्लभ में मनोर।
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दसम्बर, व्रतचर्या अथवा गोपमासारम्भः। इष्टिः।
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Duj, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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02-Dec-2020
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*मगसर कृष्ण पक्ष द्वितीया *
श्रृंगार ,आभरण सब इच्छानुसार।
वस्त्र:-चागदार बागा,चोली,सुथन,पटका ,हरे साटन के।श्रीमस्तक पे फिरोजा को ग्वाल पगा जडाऊ।ठाड़े वस्त्र गुलाबी।पिछवाई शीतकाल की।
आभरण:-छेड़ान के श्रृंगार।सब आभरण गुलाबी मीना के।कमल माला धरावे।श्रीकर्ण के लोलकबिन्दी।वेणु वेत्र सोना के।श्रीमस्तक पे पगा चन्द्रिका।पट हरो,गोटी बाघ बकरी की
आरती पीछे श्रीकंठ के श्रृंगार बड़े करने।छोटे श्रृंगार धराने।फिरोजा को पगा बड़ो करके,छज्जेदार पाग धरानी।लूम तुर्रा रूपहरी।
अन्य सब नित्य क्रम।
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Tij, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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03-Dec-2020
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मगसर कृष्ण पक्ष तृतीया*
वस्त्र,आभरण सब ऐच्छिक*
वस्त्र:- घेरदार बागा,चोली,सुथन सब लाल साटिन के धरावे।पटका मलमल को।पाग छज्जेदार ।ठाड़े वस्त्र हरे। पिछवाई शीतकाल की।
आभरण:-सब फिरोजा के।हल्के श्रृंगार।श्रीकर्ण में कर्णफूल, एक जोड़ी।श्रीमस्तक पे कतरा, चन्द्रिका। वेणु वेत्र हरे मीना के।पट लाल,गोटी चांदी की।
आरती पीछे श्रीकंठ के श्रृंगार बड़े करने।लूम तुर्रा रूपहरी।
अन्य सब नित्य क्रम।
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Choth, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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04-Dec-2020
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मगसर कृष्ण पक्ष चतुर्थी *
(नि. ली. ति. श्री दाऊजी महाराज कृत छः स्वरूप को उत्सव)
देहली मढ़े। बंदरवाल बन्दे।जमना जल की झारीजी ।थाली की आरती ।
वस्त्र:-चागदार बागा,चोली,सुथन सब सुनहरी जरी के।बीच को दुमाला,मोजाजी व पटका रूपहरी जरी को ,एक छोर आगे,एक छोर उर्धभुजा आडी, अंतर वास की तांई।ठाड़े वस्त्र मेघस्याम। पिछवाई लाल मखमल पे सुनहरी काम के झाड़ व मोर बने हैं।
आभरण:-सब उत्सव वत।हीरा की प्रधानता।बनमाला को श्रृंगार। सिरपेच पन्ना को,रूपचौदस वारो।श्रीकर्ण हीरा के कुण्डल।कली, कस्तूरी आदी सब धरावे।चोटीजी नहीं आवे।श्रीमस्तक पे काशी की बीच की चन्द्रिका व एक कतरा।वेणु वेत्र हीरा के,एक पन्ना को ।आरसी चार झाड़ की,राजभोग में सोना के डांडी की।पट काशी को,गोटी कूदती भई गायन की।
आरती पीछे श्रीकंठ के श्रृंगार बड़े करके छेड़ान के श्रृंगार धरावे।लूम तुर्रा नहीं आवे ।दुमाला रहे।
दूध घर की बासोदि की हाडी।केसर युक्त पेठा,मीठी सेव,तले मेवे आदी विशेष में अरोगे।गोपीवल्लभ में चंद्रकला।
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छः स्वरूप को उत्सव। तिलकायित श्री दाऊजी महाराज कृत।
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Pancham, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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05-Dec-2020
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*मगसर कृष्ण पक्ष पंचमी
*पाछली रात के श्रृंगार*
इसमे सुनहरी चीरा,मोजाजी व मोर चन्द्रिका,पिछवाई इन चार को नियम हैं।
वस्त्र:-घेरदार बागा,चोली,सुथन गुलाबी साटन के।चीरा व मोजाजी सुनहरी जरी के।ठाड़े वस्त्र हरे।पिछवाई केला के खम्ब की,गाय, ग्वाल की।
आभरण:- पन्ना के।हल्को श्रृंगार।श्रीमस्तक पे मोर चन्द्रिका।।श्रीकर्ण में कर्णफूल।
पट गुलाबी, गोटी चाँदी की।
आरती पीछे श्रीकंठ के श्रृंगार बड़े करने।लूम तुर्रा रूपहरी।
श्रृंगार के दर्शन में कुछ बेग करनी।
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Chhath, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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06-Dec-2020
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मगसर कृष्ण पक्ष छट*
श्रृंगार आभरण सब इच्छानुसार*
वस्त्र:-चागदार बागा,चोली,सुथन,पटका ,फिरोजी साटन के।श्रीमस्तक पे छज्जेदार पाग।ठाड़े वस्त्र पतंगी।पिछवाई शीतकाल की।
आभरण:-छेड़ान के श्रृंगार।सब आभरण माणक के।कमल माला धरावे।श्रीकर्ण में कर्णफूल, दो जोड़ी।वेणु वेत्र लाल मीना के।श्रीमस्तक पे जमाव को कतरा व तुर्री धरावे।पट फिरोजी,गोटी मीना की।
आरती पीछे श्रीकंठ के श्रृंगार बड़े करने।छोटे श्रृंगार धराने।।लूम तुर्रा रूपहरी।
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Satam, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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07-Dec-2020
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मगसर कृष्ण पक्ष सातम *
(नि. ली. गों. ति. श्री गोविन्दलाल जी महाराज को उत्सव)
डेली मंडे, बन्दर वाल ब। थाली की आरती।राजभोग में सोना को बंगला।
वस्त्र:-घेरदार बागा,चोली,सुथन पतंगी साटन के।पटका, गोल पाग,मोजाजी पिले के।पाग पे ऊपर नीचे छोर राखनो।ठाड़े वस्त्र मेघस्याम।पिछवाई गाय ग्वाल, महल वाली।
आभरण:-हल्के श्रृंगार।हीरा के आभरण व बध्धी । श्रीमस्तक पे हीरा को शीशफूल।श्रीमस्तक पे चमकनी गोल चन्द्रिका व घुंडी की लूम । गोटी काँच की।अलख धरावे।आरसी लाल मख मल की।
आरती पीछे बध्धी बड़ी करके त्रवल धरावे ।लूम तुर्रा रूपहरी।
भोग में केसर युक्त पेठा,मीठी सेव ।तले हुए सूखे मेवे।छः भात,दूध घर को साज व केसरी बासोदि की हाडी आदि अरोगे।गोपी वल्लभ में जलेबी।
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गो.ति. 108 श्री गोविन्दलालजी महाराज को उत्सव (1984)
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Atham, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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08-Dec-2020
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मगसर कृष्ण पक्ष आठम *
(श्री गुसाईं जी के द्वितीय पुत्र श्री गोविन्दजी को उत्सव)
सभी द्वार में डेली मंडे, बंदरवाल बंधे।
वस्त्र:-चागदार बागा,चोली,सुथन,पटका सब पिले।कूल्हे व मोजाजी गोकुल नाथजी के जडाऊ।ठाड़े वस्त्र मेघ स्याम।पिछवाई पिली साटन की मैरून बेल वाली।
आभरण:- सब हीरा के।बनमाला को श्रृंगार।कली, कस्तूरी सब आवे। श्रीकर्ण में कुंडल।श्रीमस्तक पे सुनहरी घेरा।चोटीजी मीना की।वेणु वेत्र हीरा के, एक सोना को।पट पिलो,गोटी स्याम मीना की।आरसी पिले खंड की,राजभोग में सोना के डांडी की।
आरती पीछे श्रीकंठ के श्रृंगार बड़े करके छेड़ान के श्रृंगार धराने।जडाऊ कूल्हे व मोजाजी बड़े करके,केसरी धराने। लूम तुर्रा नहीं आवे।
गोपी वल्लभ में मनोहर के बड़े नग अरोगे।केसर युक्त बासोदि की हाडी आवे।अन्य सब नित्य क्रम।
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श्री गुसांई जी के दूसरे लालजी श्री गोविन्दरायजी को उत्सव (1599)।
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Navam, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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09-Dec-2020
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मगसर कृष्ण पक्ष नवमी *
(नवनीत प्रियाजी को प्रथम मंगल भोग)
वस्त्र:-घेरदार बागा,चोली,सुथन,गोल पाग ये सब स्याम साटन पे मोतीं के काम के।ठाड़े वस्त्र लाल।पिछवाई स्याम धरती पे रूपहरी बूटी की।
आभरण:-सब मोतीं के।हल्को श्रृंगार।श्रीकर्ण में मोती के कर्णफूल,एक जोड़ी।श्रीमस्तक पे मोतीं को कतरा।वेणु वेत्र मोतीं के। पट स्याम गोटी चाँदी की।
मंगल भोग में प्रियाजी में से सकड़ी को भोग आवे। दर्शन जल्दी खुले।आरती पीछे श्रीकंठ के आभरण बड़े करने।लूम तुर्रा रूपहरी।
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Dasham, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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10-Dec-2020
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ऐच्छिक
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घटा को आरम्भ (हरिघटा)।
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Gyaras, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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11-Dec-2020
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मगसर कृष्ण पक्ष ग्यारस*
श्रृंगार,आभरण सब इच्छानुसार*
वस्त्र:- चागदार बागा,चोली,सुथन ,केसरी साटन के।पटका मलमल को।पाग तिरंगी।ठाड़े वस्त्र लाल।पिछवाई शीतकाल की।
आभरण:- सब फिरोजा के।छेड़ान के श्रृंगार।कमल माला धरावे।कर्ण फूल चार।श्रीमस्तक पे जमाव को कतरा व रूपहरी तुर्री ।लूम रेशम की।पट केसरी ,गोटी मीना की।
आरती पीछे श्रीकंठ के श्रृंगार बड़े करके,हल्के श्रृंगार धरावे।लूम तुर्रा रूपहरी।
अन्य सब नित्य क्रम।
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उत्पत्ति एकादशी व्रतम्। श्री नवनीत प्रभु कूं व्रज सूं नाथद्वारा
निजमंदिर में पधरायवे को उत्सव। गो.ति. 108 श्री
इन्द्रदमनजी (श्री राकेशजी) महाराज कृत (2063)। द्वादशी
का क्षय होयवे सूं आज।
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Teras, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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12-Dec-2020
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*मगसर कृष्ण पक्ष त्रयोदशी*
*श्री गुसाईं जी के सप्तम लालजी श्री घनस्याम जी को उत्सव*
वस्त्र:-चागदार बागा,चोली,सुथन,पटका सब लाल खिनखाब के,सुनहरी किनारी के।मोजाजी टकमा हीरा के।कूल्हे पन्ना की जडाऊ।ठाड़े वस्त्र पिले।पिछवाई गायन की।
आभरण:- सब हरे मीना के।बनमाला के श्रृंगार।कली, कस्तूरी आदी धरावे।चोटीजी मीना की।पट लाल,गोटी स्याम मीना की।आरसी पिली । वेणु वेत्र पन्ना के।
गोपी वल्लभ में प्रियाजी से कचोरी व छोंकयो दही आवे।
आरती पीछे श्रीकंठ के श्रृंगार बड़े करके,छेड़ान के श्रृंगार धराने।कूल्हे लाल धरावे।लूम तुर्रा नहीं आवे।
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श्री गुसांईजी के सातवे लालजी श्री घनश्यामजी को उत्सव
(1628)
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Chaudash, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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13-Dec-2020
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मगसर कृष्ण पक्ष चोहदस 13 दिसम्बर 2020 *
(प्रभुचरण श्री गुसाईं जी के सप्तम लालजी श्री घनस्याम जी को उत्सव को श्रृंगार )
वस्त्र:-चागदार बागा,चोली,सुथन,पटका सब लाल साटन के,सुनहरी किनारी के।मोजाजी टकमा हीरा के।कूल्हे पन्ना की जडाऊ।ठाड़े वस्त्र पिले।पिछवाई लाल साटन की सुनहरी किनारी की।
आभरण:- सब पन्ना के।बनमाला के श्रृंगार।कली, कस्तूरी आदी सब धरावे।चोटीजी मीना की।पट लाल,गोटी स्याम मीना की।आरसी पिले खंड की,राज भोग में सोना के डंडी की।वेणु वेत्र पन्ना के,एक सोना को।
गोपी वल्लभ में प्रियाजी से कचोरी व छोंकयो दही आवे।
आरती पीछे श्रीकंठ के श्रृंगार बड़े करके,छेड़ान के श्रृंगार धराने।कूल्हे लाल धरावे।लूम तुर्रा नहीं आवे।
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Amavas, 2077, Margshirsh, Krushna Paksh
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14-Dec-2020
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ऐच्छिक
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सोमवती अमावस, श्यामघटा।
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